Thursday, January 16, 2020


                                     THE LION AND MOUSE    - शेर और चूहा
sher or chhuha





एक बर एक शेर आपनी गुफ़ा में इतनी तहा।  तबही एक चूहा कहिन से एकर उप्पर कुदने लगे।  जीसे यूसकी नेड टोट गेइ।  Sher ko chuhe par itni jor se gussa aaya ki ussne chuhe ko apne panjay mein jakad liya aur usse marse ka soochne laga  चूहा बहोत डर गया।  उस्ने कहेते हैं से काहा - "अरे शेर राज़! अगार मुजे जान से भीगते हैं, काहे बहोत ऊपाक हो जाता है, और हम आपके हैं वतन अन्नु परर जरूर चोका डूंगा।"  ये सुनकर शेर को चुह पार दिन आगाए अउरी हमरे जने दीया।  पर हम मन ही मन हंस रहे हैं या छटा सा चुहा मेरा उपकार क्या चुगाएंगे।
sher or chhuha 

sher or chhuha 
 समै बिट्टा गया और इक दिन हमशा की तराह शायर की ताल्लुकात मे जंगलों की जंग मे मेरा ग़म का तमाका इक इक शायरी यूसे चलकी सी आपाल मे मेरा पैगड़ लिया।  शेर अपनि सहता के लिय जोर-जोर से दहाड़ मारें लागे।  शेर की आवाज़ सुनकर चुहा वहाया आया  Sher ko jaal mein phansa dekhkar ussne turant apne nukele danto se jaal kaat diya aur sher ko azad kar diya  शेर चुहे का बहोत धन्यावाद किया।  यूएसएस दिन शेर ko mein समझ आया की kissi भी přání की kabliyaat usske बहारी रूप से नही करनी chaiye aur कभी chotte- बड़े का bhaidbhav नही कर्ण chaiye  हमेशा सबकी मादत कनी छै क्युंकी जो दोसरोण की मादत कर्ता है, यूस्की बी सब मडत कटे हैं।  ( शेर और चूहा )

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